जुदा हो के तुमसे, कैसे हम करेंगे,
तेरे बिना जिंदगी, कैसे हम जियेंगे..
राहे मुहब्बत में, सितमगर बहुत हैं,
तेरे बिना सितम, कैसे हम सहेंगे..
तेरे बिना जिंदगी..
रहमते खुदा से, पाया है तुमको,
हर पल दुआओं में, मांगा है तुमको,
तेरे बिना इक पल, कैसे हम रहेंगे..
तेरे बिना जिंदगी..
तन्हा दिल की, तुम रौशनी हो,
रातों की चंदा, पूनम की चांदनी हो,
तेरे बिना चकोर, कैसे हम बनेंगे..
तेरे बिना जिंदगी..
महफ़िलें जिंदगी की, बेकरारी हो तुम,
दिल से उतरती मेरी, शायरी हो तुम,
तेरे बिना ग़ज़ल, कैसे हम लिखेंगे..
तेरे बिना जिंदगी..
जुदा हो के तुमसे, कैसे हम करेंगे,
तेरे बिना जिंदगी, कैसे हम जियेंगे..
-: दाता राम नायक DR