बुधवार, 26 सितंबर 2018

शिव चौपाई गीत

वह सुख नहीं स्वर्ण भवनों में,
मिलता है जो शिव चरणों में ।

मिले जहाँ भोले का धामा,
भजन करें टालें सब कामा।
अद्भुत आनंद अधिक पावें,
मानों स्वर्ग धरा पर आवें।
यह मोद नही रति गहनों में,
मिलता है जो शिव चरणों में।

वह मानुष होता बड़भागी,
जो रहता है शिव अनुरागी।
करै नही जन्मों के फेरे,
परम धाम पाता शिव तेरे।
यह धाम कहाँ मनु जनमों में?
मिलता है जो शिव चरणों में।

वह सुख नहीं स्वर्ण भवनों में,
मिलता है जो शिव चरणों में ।
6/8/18



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